Vaishakh Amavasya 2025: राशि अनुसार मंत्रों का जप कर पाएं पितरों का आशीर्वाद
वैशाख अमावस्या एक पवित्र और महत्वपूर्ण दिन है, जब लोग गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान कर अपने पितरों को श्रद्धांजलि देते हैं। इस दिन देवों के देव महादेव की पूजा करने से मनचाही मुराद पूरी होती है और कुंडली में व्याप्त अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
Img Banner
profile
payal trivedi
Created AT: 24 अप्रैल 2025
122
0
...


वैशाख अमावस्या एक पवित्र और महत्वपूर्ण दिन है, जब लोग गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान कर अपने पितरों को श्रद्धांजलि देते हैं। इस दिन देवों के देव महादेव की पूजा करने से मनचाही मुराद पूरी होती है और कुंडली में व्याप्त अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।


वैशाख अमावस्या का महत्व


वैशाख अमावस्या पर गंगा स्नान करने से समस्त पाप धुल जाते हैं और मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन स्नान-ध्यान के बाद विधिवत देवों के देव महादेव की पूजा की जाती है।


राशि अनुसार मंत्रों का जप


- मेष राशि: ॐ नमः शिवाय

- वृषभ राशि: ॐ पार्वतीपतये नमः

- मिथुन राशि: ॐ शिवाय नमः

- कर्क राशि: ॐ रुद्राय नमः

- सिंह राशि: ॐ महादेवाय नमः

- कन्या राशि: ॐ शंकराय नमः

- तुला राशि: ॐ भोलेनाथाय नमः

- वृश्चिक राशि: ॐ रुद्राय नमः

- धनु राशि: ॐ शिवाय नमः

- मकर राशि: ॐ महाकालाय नमः

- कुंभ राशि: ॐ शिवाय नमः

- मीन राशि: ॐ सदाशिवाय नमः


पूजा विधि


वैशाख अमावस्या के दिन स्नान-ध्यान के बाद विधिवत देवों के देव महादेव की पूजा करें। पूजा के समय राशि अनुसार मंत्रों का जप करें। इससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होगी और पितरों का आशीर्वाद मिलेगा।

ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Spiritual

See all →
Richa Gupta
सावन के पहले सोमवार पर भद्रा की छाया, जानें शिव पूजा का शुभ मुहूर्त
2025 के सावन के पहले सोमवार को भद्रा काल का असर रहेगा। जानें किस समय शिव पूजा करना शुभ रहेगा, क्या है भद्रा तिथि और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। पढ़ें पूरी जानकारी।
56 views • 22 hours ago
Sanjay Purohit
श्रावण मास में सोमवार का महत्व
श्रावण मास हिन्दू पंचांग का अत्यंत पुण्यदायक एवं शक्तिशाली मास है। यह वर्षा ऋतु के मध्य आता है जब प्रकृति स्वयं शुद्धिकरण की प्रक्रिया में लीन होती है। इस माह में आने वाले सोमवारों का विशेष महत्व है, जो भगवान शिव को समर्पित हैं।
59 views • 2025-07-02
Sanjay Purohit
गुरु पूर्णिमा 2025: आत्मबोध की ओर प्रकाश का पथ
गुरु पूर्णिमा केवल एक तिथि नहीं, बल्कि यह आत्मा के गूढ़ अंधकार से निकलकर ज्ञान के आलोक की ओर यात्रा का प्रतीक है। यह पर्व हर उस व्यक्ति को समर्पित है, जो हमारे जीवन में 'गुरु' रूप में प्रकाश देता है। 2025 में गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई (गुरुवार) को मनाई जाएगी, जो विशेष रूप से गुरु-शिष्य परंपरा और आत्मिक उन्नति का स्मरण कराती है।
56 views • 2025-07-02
Sanjay Purohit
मनःक्रांति: सोच बदलिए, जीवन स्वयं बदल जाएगा
मनुष्य के भीतर छुपी मनःशक्ति एक ऐसा अमूल्य खजाना है, जिसे समझ पाना और सही दिशा में उपयोग कर पाना जीवन को पूर्णतः रूपांतरित कर सकता है। यह शक्ति न केवल हमारी सोच और व्यवहार को प्रभावित करती है, बल्कि हमारे भाग्य, स्वास्थ्य, सफलता और आध्यात्मिक प्रगति का भी आधार बन सकती है।
63 views • 2025-06-28
Richa Gupta
मौसी के घर रवाना हुए जगन्नाथ जी: रथ यात्रा 2025 में गूंजे जयकारे, जानिए कौन-कौन सी होंगी दिव्य रस्में
जगन्नाथ रथ यात्रा, भारत के सबसे भव्य और प्राचीन धार्मिक उत्सवों में से एक है, जो उड़ीसा के पुरी में प्रतिवर्ष आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को आयोजित की जाती है।
105 views • 2025-06-27
Richa Gupta
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है खास, नगर भ्रमण पर निकलते हैं भगवान जगन्नाथ
आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करते हैं। जानिए रथ यात्रा का महत्व और धार्मिक परंपरा।
95 views • 2025-06-26
Sanjay Purohit
नारायणी नमोस्तुते: शक्ति, समाज और चेतना का आंतरिक संगम
"नारायणी नमोस्तुते" — यह उद्घोष न केवल श्रद्धा का प्रकटन है, बल्कि यह चेतना की एक चिंगारी, सांस्कृतिक चेतावनी और मनोवैज्ञानिक संतुलन का मार्गदर्शन भी है। यह कोई साधारण स्तुति नहीं, बल्कि उस दिव्यता का स्मरण है, जो सृजन, संरक्षण और संहार — तीनों शक्तियों को समाहित करती है।
20 views • 2025-06-26
Sanjay Purohit
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि: शक्ति, तंत्र और मौन साधना का महापर्व
जब आषाढ़ मास की अमावस्या का अंधकार धरती पर उतरता है, और वर्षा की पहली बूंदें वायुमंडल को तपश्चरण की गंध से भर देती हैं — तभी प्रकृति के गर्भ में एक रहस्यमयी पर्व जन्म लेता है: आषाढ़ गुप्त नवरात्रि। यह पर्व उतना ही रहस्यमय है जितना कि उसका नाम। यह वह क्षण होता है जब देवी दुर्गा की शक्तियाँ अपने गुप्त रूपों में प्रकट होती हैं — तांत्रिक ऊर्जा के उस सूक्ष्म लोक से, जिसे केवल साधना की दीप्ति में देखा जा सकता है।
34 views • 2025-06-25
Sanjay Purohit
मन: बंधन से मुक्ति की यात्रा
आध्यात्मिक दृष्टि से मन वह माध्यम है, जिसके द्वारा आत्मा संसार से संबंध स्थापित करती है। यह न तो पूर्णतः शरीर है, न ही पूर्णतः आत्मा—बल्कि इन दोनों के बीच की एक सूक्ष्म सत्ता है। मन ही वह उपकरण है जो आत्मा को संसारिक अनुभव देता है। जब मन शांत और शुद्ध होता है, तब आत्मा अपनी दिव्यता को प्रकट कर सकती है।
228 views • 2025-06-23
Sanjay Purohit
चार धाम यात्रा करने से लोगों को क्या फल मिलता है ?
हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण मानी जाती है. यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक गहरा आध्यात्मिक अनुभव है जो भक्तों के जीवन में बदलाव लाता है. भारत में मुख्य रूप से दो प्रकार की चार धाम यात्राएं प्रचलित हैं, और दोनों का ही अपना अलग महत्व है.
229 views • 2025-06-23
...