


वैशाख अमावस्या एक पवित्र और महत्वपूर्ण दिन है, जब लोग गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान कर अपने पितरों को श्रद्धांजलि देते हैं। इस दिन देवों के देव महादेव की पूजा करने से मनचाही मुराद पूरी होती है और कुंडली में व्याप्त अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
वैशाख अमावस्या का महत्व
वैशाख अमावस्या पर गंगा स्नान करने से समस्त पाप धुल जाते हैं और मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन स्नान-ध्यान के बाद विधिवत देवों के देव महादेव की पूजा की जाती है।
राशि अनुसार मंत्रों का जप
- मेष राशि: ॐ नमः शिवाय
- वृषभ राशि: ॐ पार्वतीपतये नमः
- मिथुन राशि: ॐ शिवाय नमः
- कर्क राशि: ॐ रुद्राय नमः
- सिंह राशि: ॐ महादेवाय नमः
- कन्या राशि: ॐ शंकराय नमः
- तुला राशि: ॐ भोलेनाथाय नमः
- वृश्चिक राशि: ॐ रुद्राय नमः
- धनु राशि: ॐ शिवाय नमः
- मकर राशि: ॐ महाकालाय नमः
- कुंभ राशि: ॐ शिवाय नमः
- मीन राशि: ॐ सदाशिवाय नमः
पूजा विधि
वैशाख अमावस्या के दिन स्नान-ध्यान के बाद विधिवत देवों के देव महादेव की पूजा करें। पूजा के समय राशि अनुसार मंत्रों का जप करें। इससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होगी और पितरों का आशीर्वाद मिलेगा।